संवाददाता “आरती पांडे” की रिपोर्ट..
उत्तराखंड – 2023 की शुरुआत से लेकर अब तक की बात की जाए, तो टोटल 58 दिनों में 13 भूकंप उत्तराखंड में आ चुके है. जिन्हें लोगों ने महसूस भी किया है. जिसके बाद लोगों में हर एक दिन नई दहशत या कहे डर का माहौल बन गया है. भले ही यह भूकंप कम झटको में आ रहे हैं, परंतु वैज्ञानिकों का मानना यह है कि आने वाले समय में एक भयानक भूकंप उत्तराखंड में देखने को मिल सकता है. यह बात भी हर किसी आमजन को पता है. परंतु आज हम आपके सामने कुछ ऐसे आंकड़े प्रस्तुत करने वाले हैं. जिन्हें देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उत्तराखंड में कैसे कुछ-कुछ समय के बाद भूकंप के झटके देखने को मिल रहे है. जिसके झटके दिल्ली हो या जम्मू हर जगह महसूस किए जा रहे हैं. आइए डालते हैं आंकड़ों की तरफ नजर——
सबसे पहले जनवरी की बात करें, तो 13 जनवरी को उत्तरकाशी में 2.9 तीव्रता का भूकंप मापा गया. इसके बाद 20 जनवरी को देहरादून में 2.8 तीव्रता का भूकंप आया. 22 जनवरी को पिथौरागढ़ में 3.8 तीव्रता, वही 25 जनवरी को पिथौरागढ़ में 2.1 तीव्रता का, उसके बाद 29 जनवरी को चमोली में 2.0 का, इसके बाद 10 फरवरी को रुद्रप्रयाग में 2.5 तीव्रता का, फिर 20 फरवरी को बागेश्वर में 2.5 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया है. इसके बाद 24 फरवरी को पिथौरागढ़ में 2.5, इसके बाद 2 मार्च को पौड़ी में 2.4, वही 2 मार्च को ही बागेश्वर में 2.6 और 5 मार्च को उत्तरकाशी में 2.5 एवं 1.8 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया है. यह आंकड़े अभी तक 5 मार्च के हैं, और आज हो गई है 7 मार्च कुल मिलाकर देखा जाए तो आंकड़े दो-तीन दिन के भीतर ही हर एक दिन भूकंप के झटके देखने को मिल रहे हैं. अब हमें अलर्ट होने की जरूरत है क्योंकि यह आंकड़ों को देखने के बाद अब साफ जाहिर हो रहा है कि या तो कोई बड़ा झटका उत्तराखंड को देखने को मिल सकता है या फिर आने वाले समय में ऐसे ही हल्के-फुल्के झटको का सामना उत्तराखंड को करना पड़ सकता है.