देहरादून – एक समय ऐसा था जहां पर “दून की घाटी “को सुकून की घाटी भी कहा जाता था. जहां पर रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी दूसरी पारी को नई गति देने का नाम बोला जाता था. वही आज “दून की घाटी “ भी वायु प्रदूषण में शामिल हो गई है. यहां भी शहर की प्रदूषित हवाएं आ गई है, जिसका कारण ठंड के साथ कोहरा और जमीनी स्तर पर धूल-कंकड़ है. बता दे , देहरादून में इस समय वायु प्रदूषण का स्तर दीपावली से भी बुरी हालत पर पहुंच गया है. पिछले वर्ष दिवाली के समय की बात करें, तो उत्तराखंड का औसत एक AQI INDEX 247 था. अब 2022,31 दिसंबर की बात करें तो 308 दर्ज किया गया है और अभी 2023 में 290 दर्ज किया गया है. जो कि जहरीली हवा में शामिल है, जिससे लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है और मरीजों का आंकड़ा भी आए दिन बढ़ता जा रहा है, इसीलिए इस समय हम सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है—-
यह मौसम तब तक सही नहीं होगा जब तक सुखी ठंड को रोकने के लिए बारिश या बर्फबारी ना हो जाए. तब तक यह प्रदूषण बना रहेगा. इस पर लोगों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है और मास्क का उपयोग करने की जरूरत है.