देहरादून – उत्तराखंड में 22 अप्रैल को शुरू होने वाली चारधाम यात्रा को सफल बनाने के लिए एमडीएनए व एसडीएमए ने निगरानी शुरू कर दी है. जिसकी वजह से उन्होंने गुरुवार को मॉक एक्सरसाइज पर विचार विमर्श किया. विचार विमर्श के दौरान उन्होंने राज्य में बेहतर आपदा प्रबंधन हेतु कई महत्वपूर्ण तथ्यों पर बातचीत की. साथ ही एनडीएमए ने अपने सुझाव भी दिए.
एनडीएमए ने सुझाव के तहत यह बताया है कि राज्य में आपदाओं के बेहतर प्रबंधन हेतु विभिन्न स्टेकहोल्डर्स के मध्य प्रभावी कम्युनिकेशन हेतु दो अथवा संवाद को कायम करना होगा. इसके साथ ही चारधाम यात्रा के दौरान विभिन्न यात्रा रूट पर यात्रियों की संख्या या real-time इंफॉर्मेशन को प्रत्येक 24 घंटे में प्रदर्शित किया जाना होगा. इसके अलावा चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को यात्रा के दौरान संभावित स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए. एनडीएमए ने आपदाओं के बेहतर प्रबंधन हेतु एक्शन बेस्ट प्लान पर जोर दिया. इसके साथ ही मूलभूत सुविधाओं वाले राहत शिविरों की पूर्व में ही व्यवस्था हेतु भी सुझाव दिए गए. चारधाम यात्रा तथा आपदाओं के प्रबंधन के दौरान ट्रैफिक कंट्रोल, क्राउड मैनेजमेंट, चारों धामों के विभिन्न आपदा संभावना वाले स्थानों पर अतिरिक्त बृज की व्यवस्था की बात भी कही.
इन विषयों पर हुई चर्चा
- चारधाम यात्रा के दौरान विभिन्न यात्रा रूट्स पर यात्रियों की संख्या या रियल टाइम इन्फोर्मशन को प्रत्येक 24 घण्टें में अद्यतन व प्रदर्शित किया जाना चाहिए..
- चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को यात्रा के दौरान संभावित स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए..
- एनडीएमए ने आपदाओं के बेहतर प्रबन्धन हेतु एक्शन बेस्ड प्लान पर बल दिया..
- इसके साथ ही मूलभूत सुविधाओं वाले राहत शिविरों की पूर्व में ही व्यवस्था हेतु भी सुझाव दिए गए..