जोशीमठ – इन दिनों जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव की समस्या हर किसी के लिए परेशानी का सबब बन गई है. जिसके चलते अब सीएम धामी ने केंद्रीय संस्थानों व तकनीकी उपक्रमों के प्रमुखों के साथ बैठक की. इस पर उन्होंने वैज्ञानिक दृष्टिकोण और वैज्ञानिक सुझावों को भी आमंत्रित किया. उन्होंने कहा कि जोशीमठ की समस्या के समाधान के लिए हमें एक छत के नीचे बैठकर कार्य करना होगा. उन्होंने कहा कि राज्य के सतत विकास के लिए समाज के हर क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों के सुझावों के आधार पर ही हम एक ऐसा रोडमैप तैयार करेंगे जो जोशीमठ की समस्याओं से निपटारा करेगा.
उन्होंने कहां की 108 वीं राष्ट्रीय विज्ञान कांग्रेस में प्राइड ऑफ इंडिया एक्सपो में उत्तराखंड के पवेलियन को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है. इस कांग्रेस में देश एवं विदेश के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक एवं शोध संस्थानों ने हिस्सा लिया था. जिसके चलते हमें राज्य के शहरों में सर्वेक्षण पर ध्यान देना होगा और उनकी धारण क्षमता का भी आकलन करना होगा. जिससे राज्य के विकास के मॉडल को इकोलॉजी तथा इकोनामी के समन्वय के साथ आगे बढ़ाया जा सकेगा.