देहरादून – शुक्रवार को सीएम धामी ने प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट कार्यशाला में राज्य की पहली “वेस्ट टू एनर्जी प्लांट” का वर्चुअल लोकार्पण किया. जिससे घरों, उद्योगों, होटलों और रेस्टोरेंट प्रतिष्ठानों से निकलने वाला प्लास्टिक वेस्ट से छुटकारा मिल सकता है. कार्यशाला में सीएम धामी ने बहुत ही बड़ी बातें कही है. वही इस कार्यशाला के दौरान प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण आर.के सुधांशु, निदेशक पर्यावरण एस. पी सुबुद्धि, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव सुशांत पटनायक, संयुक्त निदेशक पर्यावरण नितेश मणि, समेत अन्य लोग मौजूद रहे। आगे पढ़े..
सीएम धामी ने कहा आज प्लास्टिक वेस्ट एक बड़ी चुनौती बन गया है. इस चुनौती से निपटने के लिए ही इस तकनीकी का इस्तेमाल किया जा रहा है. जिसकी बदौलत अब प्रदूषण में नियंत्रण देखा जा सकेगा. वहीं उन्होंने कहा उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा प्लास्टिक उत्पादन से संबंधित उद्योग इकाई द्वारा EPR रजिस्ट्रेशन के संबंध में उत्तर भारत में अग्रणी है. जो कि हम सबके लिए उत्साहजनक संकेत है… साथ ही उन्होंने कहा कि हमें उत्तराखंड में वेस्ट टू वैल्थ और वेस्ट टू एनर्जी की दिशा में काम करने का भी स्वर्णिम अवसर प्राप्त होना है. अब सर्कुलर इकोनामी का कांसेप्ट आ चुका है जो कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में कारगर साबित होगा. कचरे को सिर्फ कचरा ना समझ कर एक संसाधन के तौर पर देखने की आवश्यकता है. इससे आम लोगों को आजीविका के साथ-साथ रोजगार के अनेक अवसर भी प्राप्त होंगे.