उत्तरकाशी /पुरोला – हमारे धर्मों में एक ऐसा धर्म है जो कि सबसे निम्न स्तर पर जाना जाता है. वह धर्म है “ईसाई धर्म” जिसकी प्रजातियां भी बहुत कम पाई जाती है. परंतु आज उन्हें बढ़ाने के लिए कन्वर्जन रूल अपनाया जा रहा है. ऐसा ही कुछ उत्तरकाशी के पुरोला इलाके के साथ छिवाला गांव में हुआ है। जहां पर पादरी की टोली लोगों से मिलकर उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए उकसा रही है. जिसमें गांव के भोले-भाले लोग उनकी बातों में आकर अपना धर्म परिवर्तन कर ले रहे हैं. और ईसाई धर्म को अपना ले रहे हैं. जिसके तहत उत्तरकाशी के पुरोला के स्थानीय लोगों ने इसका विरोध करने के लिए बाजार बंद कर जुलूस निकाला और इस घटना की निंदा की.
आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला
बता दे, पुरोला के छिवाला गांव में हर वर्ष प्रार्थना सभा आयोजित की जाती रही है. जिसमें इस बार 35 हिंदुओं को ईसाई धर्म अपनाने के लिए कहा जा रहा है. जिसमें मसूरी के एक चर्च से केरल मूल का एक पादरी कॉर्निलियस पत्नी पुष्पा कॉर्निलियस के साथ इस काम को अंजाम दे रहा है. जो 2 वर्षों से मसूरी के यूनियन चर्च में रह रहे हैं. स्थानीय लोगों की मानें तो उनका आरोप है कि यह लंबे समय से कन्वर्जन यानी धर्म की अदला-बदली का काम कर रहे हैं. यही कारण है कि ज्यादातर लोगों ने इस धर्म को अपना भी लिया है जिसकी वजह उनका भोलापन है. सूत्रों की माने तो लोगों का कहना है कि यह लोग गुपचुप तरीके से छिवाला में प्रार्थना सभा करते थे. इसके लिए गांव के लोगों को लालच देकर बुलाया जाता था. छिवाला में उत्तराखंड मूल के निवासियों के साथ-साथ नेपाली मूल के लोग भी रहते हैं. जिनको धर्म परिवर्तन के लिए लालच दिया जाता था और वह भोले-भाले लोग इस बात पर आ जाते थे और अपना धर्म परिवर्तन कर लेते थे.
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री धामी ने भी पुलिस महानिदेशक को सख्त निर्देश दिए हैं कि सभी जिलों में कन्वर्जन की यह प्रक्रिया जो चल रही है उसकी शिकायतें लगातार मिल रही हैं. जिन्हें हमें गंभीरता से लेना चाहिए साथ ही पुलिस को इन दोनों की तलाश भी करनी चाहिए।