उत्तराखंड में 2022 में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में प्रदेश में अब जैसे जैसे दिन करीब आ रहे हैं चुनावी माहौल गरम होता जा रहा है। उत्तरखंड में राज्य बनने से लेकर अबतक एक एक करके राज करने वाली दोनों ही पार्टीयाँ अब अपना पल्लू सीधे करने में जुट गयी गईं है। दरअसल जब से उत्तराखंड राज्य बना है तब से प्रदेश में बीजेपी- कांग्रेस बारी बारी से सत्ता में रहते आये हैं। किन्तु इस बार अन्य दलों के भी शामिल हो जाने से दोनों ही पार्टियों में सत्ता गवाने भी डर है। ऐसे में दोनों ही पार्टियां अब जैसे तैसे अपने समर्थको को आम जनता को मानाने में जुट गयी है।

उत्तराखण्ड कांग्रेस ने रैलियां शुरू कर दी हैं जिनको “परिवर्तन यात्रा” नाम दिया है। कांग्रेस ने परिवर्तन यात्रा के प्रथम चरण का आरम्भ 3 सितम्बर से 6 सितबर तक का किया है। जिसे खटीमा से आरम्भ किरते हुए नानकमत्ता-सितारगंज के बाद कल शनिवार को किच्छा, लालकुआं और हल्द्वानी में परिवर्तन यात्रा की गई। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने भी पार्टी के बूथ सत्यापन अभियान और जन आशीर्वाद रैली की हैं।

दरअसल 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में उत्तराखण्ड क्रान्ति दल भी अधिक सक्रिय हुआ है, वहीँ दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के आ जाने से भी चुनावी माहौल अधिक गरम हुआ है। हाल में ही आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजन अरविन्द केजरीवाल भी देहरादून से उत्तराखंड में सभी 70 सीटों में चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं, और साथ ही कई 300 बिजली फ्री करने जैसे कई वादे भी कर गए हैं।
ऐसे में देखना यह होगा की जनता जनार्दन किसे इस बार सत्ता सौपेगा, किन्तु स्पष्ट है की चुनावी मौहोल अब गरम है, सभी पार्टियां अब अपनों वोटर्स को मनाने में जुटी हुई हैं।