पेश है संवाददाता “आरती पांडे” की रिपोर्ट..
देहरादून – उत्तराखंड में गर्मी के मौसम की शुरुआत होते ही सरकार ने एक बड़ा बदलाव कर दिया है… क्योंकि अब पंखों के साथ एसी, कूलर सब चलाए जाएंगे…. तो बिजली का बिल बढ़कर ही आएगा. इस पर सरकार ने ऐसा बदलाव किया है, जो कि दामों में अदला-बदली दिखा रहा है. जी हां, उत्तराखंड में अब प्रत्येक महीने में बिजली बिल पर यूज चार्ज यानी एसएसए तय किया जाएगा. जिसके तहत ही हर महीने बिजली का बिल बढ़ सकता है, जल्द ही बताया जा रहा है कि इस प्रस्ताव पर मंजूरी भी मिल सकती है.
बताते चलें, केंद्र सरकार के अनुसार विद्युत अधिनियम में बदलाव होने के बाद फ्यूल चार्ज समायोजन हर महीने तय करके इसे उपभोक्ताओं के बिजली बिलों पर लागू करना होगा… क्योंकि चार्ज के तहत ही बिजली का बिल घटता या बढ़ सकता है, वही ऐसे ही दरें बढ़ने पर बिजली महंगी होगी और दरें घटने पर सस्ती होगी.
वही आपको अभी यह पता होगा कि इससे पहले बिजली का जो बिल आता था. वह 3 महीने का मिलकर आता था.. जिसके बाद एसएसए ने तय किया है कि प्रत्येक महीने बिजली का बिल घट भी सकता है और बढ़ भी सकता है. बता दे, ऐसा क्यों हो रहा है क्योंकि देश में कई थर्मल पावर प्लांट मौजूद है.. ऊर्जा निगम इन्हीं पावर प्लांट से बिजली लेता है. ऐसे में कोयले के दाम का असर इन पावर प्लांट से मिलने वाली बिजली के रेट पर पड़ रहा है. जिसके कारण दरें घट या बढ़ सकती हैं, तो उसी के अनुसार बिजली का भुगतान आपको करना होगा.