नैनीताल – उत्तराखंड में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया और यह आयोजन संचार मंत्रालय भारत सरकार द्वारा किया गया है, जो कि शुक्रवार को राज्य अतिथि गृह नैनीताल में आयोजित हुआ. यहां पर आपदा संबंधित विषय के साथ ही 5G सेवाओं की कनेक्टिविटी पर बातचीत की गई.
बता दे, इस बैठक पर एस के अग्रवाल ने कहा कि आपदा के दौरान आपस में बेहतर कनेक्टिविटी एवं तालमेल होना बहुत जरूरी है. आपस में संबंधित विभाग एवं रिस्पांस टीम तालमेल बनाकर रखें. इसी को दृष्टिगत ध्यान में रखते हुए भविष्य के लिए भारत सरकार नई तकनीकी पर कार्य कर रही है. जिसके तहत जनपदों के सभी ग्राम पंचायतों को कमर्शियल मोबाइल सर्विस पर आधारित 4G/ 5G से जोड़ा जाएगा. यह प्लान पर भारत सरकार द्वारा कार्य किया जा रहा है. जिससे कि बेहतर कनेक्टिविटी संचार व्यवस्था मिल सके. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा देश में ऐसे गांव चयनित किए गए हैं. जहां पर अभी तक किसी भी प्रकार की कनेक्टिविटी नहीं है. ऐसे स्थानों पर 1 साल के अंदर एक लाख टावर लगाए जाएंगे, साथ ही जिन स्थानों पर 2जी व 3जी कनेक्टिविटी है.. वहां पर 4G/ 5G कनेक्टिविटी दी जाएगी.
मौसम के बिगड़ते हालात को देखकर क्या कुछ बोले जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल– उन्होंने कहा कि मानसून अवधि के दौरान जनपद के संवेदनशील स्थानों पर आपदा के दौरान तत्काल कार्रवाई के लिए क्यों आरटी यानी क्विक रिस्पांस टीम का गठन होना बेहद जरूरी है.
वही इस बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक पंकज भट्ट, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भागीरथी जोशी, उपजिलाधिकारी राहुल साह, पुलिस क्षेत्राधिकारी विभा दीक्षित, बीएसएनएल जीएम महेश कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुपमा हृयांकी, ई-डिस्ट्रीक मैनेजर विकास शर्मा, के साथ वन विभाग, परिवहन विभाग, लोक निर्माण विभाग, जल संस्थान, सिंचाई, विद्युत के साथ ही आपदा से जुडे सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे