संवाददाता “आरती पांडे” की रिपोर्ट
चमोली – लगता है अब भगवान भी जोशीमठ जिले से नाराज हो गए हैं…. क्योंकि देखते ही देखते अब होटल, घर या कहे मंदिर…. अब दरारे पड़नी शुरू हो गई है. जिसके चलते अब यह दरारे नृसिंह मंदिर परिसर तक पहुंच गई है, जो कि एक दुखद बात है. दरअसल, बीते कुछ दिनों पहले ही सीएम धामी जोशीमठ आए थे और उन्होंने नृसिंह मंदिर परिसर का भी जायजा लिया था. तब सीएम ने कहा था कि धार्मिक धरोहर के संरक्षण के लिए उचित इंतजाम किए जाएंगे लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ.

बता दे, नृसिंह मंदिर परिसर पर आदि गुरु शंकराचार्य के गद्दीस्थल व मठ पर दरारें देखी जा चुकी है. यह हिस्सा धसता चला जा रहा है. जिसे देखकर लोग भी कह रहे हैं “अब भगवान भी जोशीमठ से नाराज हैं”…. वहीं मंदिर समिति के अध्यक्ष गजेंद्र अजय ने कहा है कि मंदिर व अन्य परिसंपत्तिया अभी तक पूरी तरह कैसे सुरक्षित है. वही मठ पर दरारे लगातार बढ़ रही है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि फिलहाल बद्रीनाथ का खजाना अनियंत्रित शिफ्ट करने की कोई योजना नहीं है. खजाने को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने को लेकर समिति को पांडुकेश्वर से भी प्रस्ताव मिला है. समिति पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. अगर जोशीमठ की स्थिति ज्यादा गंभीर हुई तभी खजाने को अनियंत्रित किया जाएगा.
बता दें, कि यह कौन से खजाने की बात हो रही है- यह वह खजाना है जिसमें करोड़ों की नगदी के अलावा 30 कुंटल चांदी, 45 किलो से अधिक सोना व बेशकीमती जेवरात रखे हुए हैं जोकि इसी परिसर में शामिल है.