मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सदन के भीतर घोषणा की थी । इसके बाद भी अभी तक घोषणा लागू नहीं हुई है । उपभोक्ताओं के पास जो बिजली बिल आ रहे हैं, उसमें फिक्स चार्ज जुड़ कर आ रहा है। सभी घरेलू, व्यवसायिक, औद्योगिक उपभोक्ताओं के बिलों में फिक्स चार्ज जुड़ कर आ रहा है। उपभोक्ता उम्मीद लगा कर बैठे थे कि बिजली बिलों में फिक्स चार्ज जुड़ कर नहीं आएगा।
बताया जा रहा है कि अभी तक सीएम की घोषणा के बाद शासन से विधिवत आदेश ही नहीं हुआ है। ये आदेश होने के बाद यूपीसीएल के पास पहुंचेगा। उसके बाद यूपीसीएल के स्तर से आदेश होगा। तब कहीं जाकर उपभोक्ताओं को इस आदेश का लाभ जाकर मिलेगा। सरकारी सिस्टम की हीलाहवाली के कारण बिजली उपभोक्ताओं को समय पर इस आदेश का लाभ नहीं मिल पा रहा है ।
सितंबर महीने में जो बिल आए हैं, उनमें सभी में फिक्स चार्ज जुड़ कर आया है। जबकि सरकार की घोषणा के अनुरूप 2.24 लाख उपभोक्ताओं को लाभ मिलना था। इससे सरकार पर 24 करोड़ से ज्यादा का भार आएगा।