जोशीमठ – उत्तराखंड में जोशीमठ इलाका आज इतना ज्यादा प्रसिद्ध हो गया है. जिसकी वजह है वहां की जमीनों का खिसकना….. वही हाल ही में कुछ दिनों पहले इसरो ने भी सैटेलाइट की तस्वीरों को लांच किया था. जिसमें उन्होंने बताया था कि जोशीमठ का वह इलाका 5.4 सेंटीमीटर तक खिसक गया है. अब यह जोशीमठ रहने लायक नहीं बचा है तो वही इस बात की तह तक जाने के लिए हमने इस बात को जगह सर्च किया. जिसमें यह पाया गया कि एनटीपीसी की टनल ही इसकी जिम्मेदार है.
बता दे, स्थानीय लोगों का भी यही दावा है कि जोशीमठ की ताजा स्थिति के पीछे एनटीपीसी के टनल को जिम्मेदार बताया है. आशंका पर सीनियर पर्यावरण विशेषज्ञ रवि चोपड़ा भी इस बात पर सहमत दिखे उन्होंने कहा है कि यह मानने के पर्याप्त कारण हैं कि जोशीमठ में आज जो कुछ भी हम देख रहे हैं…. वह एनटीपीसी की ओर से किए गए टनल के निर्माण का परिणाम है. वही जिसके चलते जोशीमठ के स्थानीय लोगों ने एनटीपीसी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. स्थानीय लोगों ने अपने आवासीय मकान सहित दुकानों में गाड़ियों में एनटीपीसी के खिलाफ एनटीपीसी गो बैक के पोस्टर लगाकर इसका विरोध प्रदर्शन भी करना शुरू कर दिया है. वही अभी भी मामला गंभीर है…