खटीमा – बुधवार को सीएम धामी जनपद भ्रमण के दौरान अपने पुराने विद्यालय थारू राजकीय इंटर कॉलेज जा पहुंचे… जहां पर उन्होंने बच्चों के साथ उनके परीक्षाओं को लेकर चर्चा भी की… साथ ही इस कॉलेज से अपनी पुरानी यादें भी ताजा की. उन्होंने बच्चों के साथ अपने अनुभव को भी साझा किया. जिसमें उन्होंने कहा कि जब वह इस विद्यालय में पढ़ा करते थे, तो वह जमीन पर बैठकर पढ़ते थे और तख्ती का उपयोग करते थे. उनके शिक्षा से लेकर आगे बढ़ने तक विद्यालय का बहुत बड़ा योगदान है. इस अवसर पर जिलाधिकारी युगल किशोर पंत, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी आर्य सहित विद्यार्थी तथा शिक्षक आदि उपस्थित थे

परीक्षा के विषय को लेकर छात्राओं ने की चर्चा
सबसे पहले बालिका अष्टवी राज ने प्रश्न पूछा कि- जैसे ही एग्जाम नजदीक आ जाते हैं.. वैसे ही घबराहट बढ़ जाती है, तो हम किस प्रकार अपने टाइम को मैनेज करें… इस पर सीएम था मैंने कहा- कि परीक्षा के दौरान घबराने की जरूरत नहीं है जो विशेष सबसे ज्यादा कठिन आपको लगते हैं उन्हें ज्यादा से ज्यादा समय दें… और विषय को शिक्षकों, दोस्तों के साथ विस्तार से चर्चा कीजिए. साथ में मोटिवेट रहने के लिए एग्जाम वॉरियर्स परीक्षा पुस्तक को जरूर पढ़ें.
दूसरे नंबर पर बालक मोहम्मद रेहान ने प्रश्न पूछा- कि बारहवीं के बाद क्या विकल्प चुनना चाहिए… इस पर धामी ने कहा कि सभी विद्यार्थियों को यह जरूर सोचना चाहिए कि हमें किस क्षेत्र में आगे बढ़ना है और क्या करना है. इसका चुनाव हमें अपनी रूचि के अनुसार करना होगा.

तीसरे नंबर पर बालक मोहम्मद आरिफ ने प्रश्न किया कि एग्जाम के नजदीक आने पर प्रेशर एवं डिप्रेशन बढ़ता है उस दौरान पढ़ाई कैसे की जाए, इस पर सीएम धामी ने कहा कि “मन के जीते जीत है, मन के हारे हार“। श्री धामी ने कहा कि एग्जाम से डरने की जरूरत नहीं है, एग्जाम युद्ध का मैदान नहीं है और प्रश्न सिलेबस के बाहर से भी आने वाले नहीं है अर्थात प्रश्न सिलेबस से ही पूछे जाएंगे, श्री धामी ने कहा कि टाइम का ही मैनेजमेंट करना है और पूरी निष्ठा ईमानदारी एवं लगन से पढ़ाई करने के साथ-साथ व्यायाम एवं खेलकूद को भी समय देना चाहिए।
प्रेरणा ने प्रश्न पूछा कि पहले और अब की पढ़ाई में क्या परिवर्तन दिखाई दे रहा है, इस पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अंतर इतना है कि पहले तख्ती पर पढ़ाई लिखाई होती थी और टाट एवं चटाई पर बैठकर पढ़ाई करते थे। उन्होंने कहा कि साइंस एंड टेक्नोलॉजी तेजी से आगे बढ़ रही है तकनीकी ज्ञान वर्तमान के बच्चों को ज्यादा है।
प्रियांशी ने पूछा कि नकारात्मक विचारों से कैसे बचा जाए, मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यक्ति को सकारात्मक सोच रखनी चाहिए क्योंकि सोच से ही विचार उत्पन्न होते हैं, उन्होंने कहा कि मन में सकारात्मक सोच, उत्साह एवं उमंग होनी चाहिए। हमारे मन में उत्साह होगा तो हमारे अंदर ऊर्जा आएगी और खराब सोच भूल जाएंगे। श्री धामी ने कहा कि अपनी सोच के दायरे को कुआ की तरह सीमित न रखते हुए विशाल महासागरों की तरह बढ़ाना होगा, स्वामी विवेकानंद ने भी कहा है कि मनुष्य अनंत शक्ति एवं ऊर्जा का भंडार है।