बागेश्वर – उत्तराखंड की देवभूमि बनी हीरो से है, यहां पर हर युवा सेना में जाने का सपना रखता है. इसी वजह से उत्तराखंड को हर बार गर्व होता है. वह गर्व के साथ कह सकता है कि मैं उत्तराखंडी हूं….. जी हां, जो खबर हम आपके साथ साझा करना चाहते हैं. वह “बागेश्वर” जिले से सामने आ रही है… जहां पर एक युवा सैन्य अधिकारी मेजर प्रशांत को सेना मेडल से सम्मानित करने की घोषणा की गई है. जिसके बाद से ही पूरे उत्तराखंड में खुशी की लहर दौड़ गई है.
आइए जानते हैं सैन्य अधिकारी “मेजर प्रशांत” के बारे में….
मेजर प्रशांत की शिक्षा कौसानी के शिशु मंदिर में हुई. वह बचपन से ही सेना में जाना चाहते थे, आर्थिक तंगी से जूझने के बाद भी उन्होंने नौवीं कक्षा से उन्होंने सैनिक स्कूल घोड़ाखाल से शिक्षा ग्रहण की. वहीं सैनिक स्कूल से 12वीं पास करने के बाद प्रथम प्रयास में प्रशांत का चयन 2014 में भारतीय सेना स्पेशल फोर्स में हो गया. जिसके बाद से वह लगातार सेना के लिए कार्य करते जा रहे हैं, और उनके कार्य नेतृत्व, कर्तव्य और संवेदनशील है… वहीं राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू ने इसकी घोषणा की है. वहीं उत्तराखंड सरकार द्वारा सैन्य प्राप्त वीर जांबाज सैनिकों को पुरस्कार के तौर पर 15 लाख और हर वर्ष 50,000 भारत सरकार से भी लगभग इतनी ही धनराशि वीर जवानों को दी जाती रही है. उन्हें न्यूज़ खोका की ओर से ढेरों शुभकामनाएं.