उधम सिंह नगर के आईजी डॉ नीलेश आनंद भरणे ने बड़ा ही कमाल कर दिया है. दरअसल, उन्होंने पांच उप निरीक्षक को सस्पेंड कर दिया है और नौ के विरुद्ध प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है.
बता दे, उप निरीक्षक मनोज कुमार द्वारा अपने कार्यक्षेत्र किरतपुर ढाल पर खेलो पर अवैध रूप से शराब की बिक्री होने तथा सिडकुल से महिलाओं की आजवाही के दौरान उनसे होने वाली छेड़खानी पर लापरवाही बरतने के लिए उन्हें निलंबित किया गया है. जिसमें ललित चौधरी, एंबीराम, मुकेश रावत, विकास रावत और अनुराग सिंह शामिल है.
इसके अलावा 9 मामलों में प्रारंभिक जांच के आदेश भी दिए हैं. दरअसल, उप निरीक्षक दिनेश परिहार द्वारा अपने कार्य क्षेत्र में अच्छा कार्य करने पर 15 सो का नगद पुरस्कार भी दिया गया है. वही परफॉर्मेंस अप्रेजल के आधार पर कॉन्स्टेबल से लेकर चित्रा अधिकारियों तक के कार्यो की भी समीक्षा की गई है. इस दौरान रामपुरा चौकी इंचार्ज द्वारा साल में एनडीपीएस एक्ट के मात्र दो आबकारी अधिनियम के कुल 12 वर्ष सत्र अधिनियम की तीन निरोधात्मक कार्रवाई की गई है. जबकि रामपुरा क्षेत्र में नशे व शराब के संबंध में आए दिन शिकायतें प्राप्त होती रहती हैं इस संबंध में पर्याप्त कार्रवाई ना होने पर रमपुरवा चौकी इंचार्ज एंबीराम को लाइन हाजिर किया गया है.
लाइन हाजिर लिस्ट
- उ0नि0 मुकेश रावत द्वारा 04 माह में कुल 32 एम0वी0 एक्ट के चालान किये गए एवं वर्ष में प्राप्त कुल 22 विवेचनाओं में से किसी का भी निस्तारण नहीं किया गया , जिस कारण उ0नि0 को लाईन हाजिर किया गया ।
- उ0नि0 विकास रावत द्वारा आदेश कक्ष में अपना विवेचना रजिस्टर प्रस्तुत नहीं किया गया तथा वर्ष में प्राप्त 51 एन0बी0डब्ल्यू में से किसी की भी तामील नहीं कराई गई , जिस कारण उ0नि0 को लाईन हाजिर किया गया ।
- उ0नि0 अनुराग सिंह द्वारा आदेश कक्ष में अपना विवेचना रजिस्टर प्रस्तुत नहीं किया गया तथा पर्फौर्मैन्स एपरेज़ल शीट नहीं भेजी और वर्ष 2021 के 13 अभियोग अकारण लम्बित है , जिस कारण उ0नि0 को लाईन हाजिर किया गया ।
- उ0नि0 ललित चौधरी द्वारा धोखाधडी के अभियोगों को लम्बे समय से अकारण लम्बित रखते हुए विवेचना में अभी तक नामजद अभियुक्तों की स्थित स्पष्ट न किये जाने पर उक्त उ0नि0 को लाईन हाजिर किया गया ।
- आई जी द्वारा बताया गया कि लापरवाही बरतने पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा साथ ही अच्छा कार्य करने वालों को प्रोत्साहित भी किया जाएगाl