उत्तराखंड – यह खबर बड़े ही काम की है क्योंकि… हाल ही में कुछ दिनों पहले देहरादून के पछवादून में दर्दनाक हादसा घटा है और यह हादसा एलपीजी सिलेंडर ब्लास्ट से जुड़ा है. जिसमें घर में जब सिलेंडर ब्लास्ट हुआ तो आग लग गई. जिसके बाद सगी बहनों समेत चार बच्चियां जिंदा जलकर मौत की शिकार हो गई. जिसके बाद से ग्रामीणों में गुस्सा भरा हुआ है और वह इसके लिए सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. भले ही सीएम धामी ने मुआवजे के तौर पर मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख सहायता धनराशि देने की घोषणा की है. परंतु यह जानना अत्यंत आवश्यक है कि जब भी हम अपने घर में गैस सिलेंडर लेकर आए तो इन बातों का भली-भांति ध्यान रखें. जिससे भविष्य में कोई बड़ी दुर्घटना घटने से बच सकती है.
गैस लीक की स्थिति में क्या करें
– रसोई घर में वेंटिलेशन का पूरा ध्यान रखें।
– गैस लीक होने की गंद आ रही हो तो घबराए नहीं बल्कि धैर्य चैक करें।
– गैस लीक के दौरान किसी भी इलेक्ट्रिक बटन को ऑन न करें।
– गैस सिलेंडर का रेगुलेटर ऑफ कर दें।
– संभव हो तो रेगुलेटर को बाहर निकाल लें।
– इमरजेंसी नंबर 18002333555 और एलपीजी सिलेंडर सप्लायर को तत्काल सूचित करें।
हादसे के बाद मुआवजे की प्रक्रिया
– एजेंसी की ओर से प्रत्येक ग्राहक का 10 लाख रुपये थर्ड पार्टी इंश्योरेंस होता है।
– कंपनी की कमी से यदि हादसा हुआ हो तो कंपनी जांच के बाद क्लेम देगी।
– एलपीजी के वैध कनेक्शन पर मिलता है वीमा कवर
– ग्राहक को नहीं चुकानी होता है कोई प्रीमियम
– डिस्ट्रीब्यूटर को देनी होती है हादसे की पूरी जानकारी
हादसों के कारण
– सिलेंडर और चूल्हे पर लगी रबर ट्यूब् का पुराना होना।
– आईएसआई मार्क की रबर ड्यूब न होना।
– चूल्हे के बटन खुले छोड़ देना।
– सिलेंडर का अधिक पुराना होना।