संवाददाता “आरती पांडे” की रिपोर्ट..
देहरादून – इस समय जहां देखो वहां घोटाला ही घोटाला होता हुआ नजर आ रहा है. कभी पटवारी भर्ती परीक्षा का मामला सामने आता है, तो कभी दरोगा की भर्ती घोटाले का मामला सामने आता है. जो कि अभी से नहीं काफी पुराना मामला है…. “2015 के बैच का” जिसमें अभी तक 20 दरोगा को सस्पेंड कर दिया जा चुका है., जिसकी लिस्ट भी जारी कर दी है. वही अब क्या सच में जो इस बैच में 120 दरोगा के शामिल होने की बात सामने आ रही है, तो क्या उन्हें भी सस्पेंड कर दिया जाएगा. फिलहाल इस पर अभी कोई अस्पष्टता साफ नहीं है. वही मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक क्या कुछ कहा गया है वह आप जान सकते हैं—-
बता दे, यह मामला 2015 बैच का है, जहां पर यह सभी दरोगा कुमाऊं क्षेत्र में तैनात हैं. वहीं एसटीएफ ने इस संबंध में पुलिस महानिर्देशक अशोक कुमार को भी अवगत कराया है. फिर दरोगा भर्ती घोटाले की जांच के आदेश हुए और विजिलेंस को इसका जिम्मा सौंप दिया गया. अब विभाग में हड़कंप मच गया है. विजिलेंस की जांच तेज है और इसका दायरा भी बढ़ता जा रहा है. जानकारी के अनुसार आपको बता दें, कि वर्ष 2015 में उत्तराखंड में 339 दरोगा भर्ती हुए थे. जिसमें से 120 अभी कुमाऊं में तैनात हैं. वही 46 उधम सिंह नगर में है तो 38 नैनीताल जिले में तैनात है. इसी तरीके से अल्मोड़ा, चंपावत, बागेश्वर में 7-7 दरोगा तैनात है. अब देखना यह होगा दरोगा को सस्पेंड कर दिया जाएगा या यूं ही आगे CASE बढ़ता चला जाएगा.